Saiyaara Review: 'कहानी पुरानी रंग नया', सधे हुए निर्देशन से अहान पांडे-अनीत पड्डा को निखार ले गए मोहित सूरी
प्रियंका सिंह, मुंबई। फरवरी भले ही न आया हो, लेकिन थिएटर में रोमांस का दौर फिर लौट आया है। पिछले दिनों रिलीज हुई फिल्म मेट्रो… इन दिनों के बाद अब एक और म्यूजिकल रोमांटिक फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हुई है। खास बात यह है कि इस फिल्म से दो नए कलाकार फिल्म इंडस्ट्री में कदम रख रहे हैं।
प्यार और सपने के बीच उलझे आशिक की कहानी
कहानी शुरू होती है वाणी बत्रा (अनीत पड्डा) से जिसकी शादी टूट गई है, उसके साथ ही उसका दिल भी टूट गया है। वो अपने जज्बातों को गानों के जरिए डायरी में लिखती है। सब कुछ भुलाने की कोशिश में वाणी एक मीडिया कंपनी में नौकरी के लिए जाती है, जहां एंट्री होती है क्रिश कपूर (अहान पांडे) की। अहान मीडिया कंपनी में काम करनेवाले शख्स को इसलिए मारता है, क्योंकि उसने अपने आर्टिकल में क्रिश के म्यूजिक बैंड से केवल उस म्यूजीशियन का नाम डाला होता है, क्योंकि वह नेपो किड है
क्रिश संगीत की दुनिया में बड़ा स्टार बनना चाहता है। उसी जगह उसकी मुलाकात वाणी से होती है। वह वाणी से अपने लिए गाने लिखने के लिए कहता है। दोनों नजदीक आते हैं, प्यार होता है। एक दिन वाणी को पता चलता है कि उसे अल्जाइमर है। वह धीरे-धीरे सब भूल जाएगी। एक तरफ प्यार है, दूसरी तरफ सुपरस्टार बनने का सपना। क्या करेगा क्रिश, इसके लिए फिल्म देखनी होगी।
कहानी और स्क्रीनप्ले संकल्प सदाना ने लिखी है। कहानी नई नहीं है। इस तरह की कहानी रॉकस्टार से लेकर आशिकी 2 कई फिल्मों में देखी जा चुकी है। लेकिन मोहित सूरी का निर्देशन, फिल्म का संगीत, विकास सिवरमन की सिनेमैटोग्राफी और जॉन स्टेवर्ट एडुरी का बैकग्राउंड स्कोर ऐसे संभाल लेता है कि कहानी के साथ जुड़ने का मन करता है।
इसके साथ ही फिल्म के नवोदित कलाकारों का अभिनय इसे अच्छी फिल्मों की श्रेणी में खड़ा करता है। वैसे भी रोमांटिक फिल्मों की बात हो, तो मोहित सूरी इस जॉनर के निर्देशकों की सूची में पहले कुछ नामों में से आते हैं। आवारापन, आशिकी 2, एक विलेन जैसी फिल्में बना चुके मोहित का मैजिक इस फिल्म में भी चलता है। सबसे खास बात यह है कि वह दो नए कलाकारों अहान और अनीत से वह बेहतरीन काम निकलवा पाने में सफल रहे हैं।
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